UP PET 2024 :भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन|Indian National Movement

नमस्कार दोस्तों! जैसा कि आप सभी जानते हैं कि उत्तर प्रदेश में समूह 'ग' के अंतर्गत निकलने वाली परीक्षाओं के लिए PET (Preliminary Eligibility Test) परीक्षा को अनिवार्य कर दिया गया है| यह परीक्षा आप सभी के लिए काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि इस परीक्षा को पास करने के बाद ही आप उत्तर प्रदेश की समूह 'ग' की भर्तियों के लिए आवेदन कर सकते हैं| 
Bhartiy Rashtriy Andolan
Bhartiya Rashtriya Andolan

अगर आपने UPSSSC द्वारा लागू की गयी PET(Preliminary Eligibility Test) परीक्षा के लिए आवेदन किया था तो ये कंटेंट आपके लिए पढ़ना जरूरी है| 

इसमें वही प्रश्न जो आपके exam के लिए काफी महत्वपूर्ण हैं, उन्हें शामिल किया गया है जिससे कम समय में आपको अच्छी सफलता हासिल हो सके | इसके साथ ही मै एक और बात बताना चाहता हूँ कि इसमें syllabus को ध्यान में रखकर सभी topics को कवर करने का प्रयास किया गया है जिससे आपकी तैयारी को बेहतर बनाया जा सके और आपको पढ़ने में भी आसानी हो तो चलिए PET परीक्षा के लिए  महत्वपूर्ण प्रश्नों के बारे में अध्ययन करते हैं|

 भारत में पहला स्वतंत्रता संग्राम कब और कैसे हुआ 

  • पहला अंग्रेजी विरोधी संघर्ष सन्यासियों द्वारा किया गया था सन्यासियों के विद्रोह का उल्लेख बंकिम चन्द्र चटर्जी के उपन्यास आनंदमठ में किया गया है|
  • कर्जन ने 20 जुलाई 1905 को बंगाल विभाजन के निर्णय की घोषणा की| बंगाल विभाजन के विरोध में 7 अगस्त 1905 ई. को कलकत्ता के टाउन हॉल में स्वदेशी आन्दोलन की घोषणा की गयी थी |इस दिन पूरे बंगाल में शोक दिवस के रूप में मनाया गया था | 
  • स्वदेशी आन्दोलन में वन्दे मातरम, विभाजन नहीं चाहिए एवं बंगाल एक है आदि के नारे लगाये गए|
  • 1906 में कलकत्ता में हुए अधिवेशन की अध्यक्षता करते हुए दादा भाई नैरोजी ने पहली बार स्वराज्य की मांग प्रस्तुत की थी|
  • भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का प्रथम अधिवेशन 28 दिसंबर १८८५ ई. में लखनऊ में हुआ था जिसकी अध्यक्षता व्योमेश चंद्र बनर्जी द्वारा की  गयी थी| 

स्वदेशीय तथा सविनय अवज्ञा आन्दोलन : महात्मा गाँधी तथा अन्य नेताओं की भूमिका 

  • स्वदेशी आन्दोलन को लेकर 1907 ई. में सूरत अधिवेशन में उग्रवादी नेता गरम दल एवं उदारवादी नेता नरम दल में विभाजित हो गए |इस सम्मेलन की अध्यक्षता रास बिहारी बोस ने की थी|
  • स्वदेशी आन्दोलन के अवसर पर रवीन्द्र नाथ टैगोर ने प्रसिद्द गीत आमार सोनार बंगला भाषा में लिखा था जो बाद में बांग्लादेश का राष्ट्रीय गीत बना|
  • ब्रम्ह समाज की स्थापना राजा राम मोहन द्वारा की गयी थी जबकि पूना सार्वजनिक सभा की स्थापना महादेव गोविन्द रानाडे द्वारा की गयी थी| भारत सेवक समाज के संस्थापक गोपाल कृष्ण गोखले को माना जाता है| 
  • बाल  गंगाधर तिलक पहले कांग्रेसी नेता थे जिन्होंने देश के लिए कई बार जेल की यात्रा की थी| बंगाल के क्रांतिकारी विचारधारा को वारींद्र कुमार घोष एवं भूपेन्द्र दत्त ने फैलाया था|
  • बंगाल विभाजन के विरोध में 7 अगस्त 1905 ई. को कलकत्ता के टाउन हॉल में स्वदेशीय आन्दोलन की घोषणा की गई| बगाल विभाजन 16 अक्टूबर 1905 ई. को प्रभावी हुआ | बंगाल विभाजन के दिन पूरे बंगाल में शोक दिवस मनाया गया|
  • 1906 ई. में हुए कांग्रेस के अधिवेशन की अध्यक्षता करते हुए दादा भाई नैरोजी ने पहली बार स्वराज आन्दोलन की मांग की थी|
  • 12 मार्च 1930 ई० को गाँधी जी नें अपने 79 सदस्यों के साथ साबरमती स्थित अपने आश्रम से लगभग 322 किमी दूर दांडी प्रस्थान किया लगभग 24 दिनों की यात्रा के बाद 6 अप्रैल 1930 ई० को दांडी पहुँच कर नमक कानून को तोडा और सविनय अवज्ञा आन्दोलन की शुरुआत की थी|
  • 4 मार्च 1931 ई० को गाँधी इरविन समझौता हुआ जिसके बाद गाँधी जी ने सविनय अवज्ञा आन्दोलन स्थगित कर दिया| इस समझौता को दिल्ली समझौता के नाम से भी जाना जाता है|
  • दूसरे गोलमेल सम्मेलन की असफलता के बाद गाँधी ने 3 जनवरी 1932 ई. को पुनः सविनय अवज्ञा आन्दोलन की शुरुआत कर दी|
  • क्रांतिकारी आन्दोलन तथा उग्रवाद राष्ट्र का उदय 
  • बंगाल में क्रन्तिकारी आन्दोलन की विचारधारा को वारींद्र कुमार घोष एवं भूपेन्द्र ददत ने फैलाया था |1906 में दोनों ने मिलकर 'युगांतर' नामक समाचार पत्र का प्रकाशन किया|
  • विनायक सावरकर द्वारा 1904 ई० में 'अभिनव भारत' नमक संस्था स्थापित की थी |महाराष्ट्र में क्रन्तिकारी आन्दोलन उबारने का श्रेय 'केसरी' पत्रिका को जाता है| 
  • बाल गंगाधर तिलक ने महाराष्ट्र में 1893 ई० में गणपति उत्सव मनाया था|वैलेंटाइन शिरोल ने बाल गंगाधर तिलक को भारतीय असंतोष का जनक कहा था|
  • कांग्रेस ने 1929 में लाहौर अधिवेशन में 'पूर्ण स्वराज ' का अपना रास्ता घोषित किया| इस अधिवेशन की अध्यक्षता जवाहर लाल नेहरु द्वारा की थी |इसी अधिवेशन में 26 जनवरी 1930 ई. को 'प्रथम स्वाधीनता दिवस' की घोषणा की गयी थी| 

भारत छोड़ो आन्दोलन : आजाद हिन्द फौज तथा नेता जी सुभाष चन्द्र बोस 

इस आन्दोलन का लक्ष्य भारत से ब्रिटिश साशन को समाप्त  करना प्रमुख था| ये आन्दोलन 9 अगस्त 1942 को  प्रारंभ किया गया था जिसे हम अगस्त आन्दोलन के नाम से भी जानते हैं| भारत छोड़ो आन्दोलन माहत्मा गाँधी द्वारा अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के मुंबई अधिवेशन में शुरू किया गया था| 

  • भारत छोड़ो का नारा मेहर यूसुफ अली ने दिया था | भारत छोड़ो आन्दोलन का प्रस्ताव पारित होने के बाद गाँधी जी ने 'करो या मरो' का नारा दिया| 
  • 9 अगस्त 1942 ई० को प्रातः काल गाँधी एवं कांग्रेस के प्रमुख नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया | गाँधी जी को आगा खां महल में तथा कांग्रेस कार्यकारिणी के अन्य सदस्यों को अहमदनगर के दुर्ग में रखा गया था |
  • आजाद हिन्द फ़ौज की स्थापना का श्रेय  श्री रास बिहारी बोस को दिया जाता है| 
  • अक्टूबर 1943 को सुभाष चन्द्र बोस ने आजाद हिन्द फ़ौज का सर्वोच्च सेनापति बनाया गया था 
  • सुभाष चन्द्र बोस जी का जन्म 23 जनवरी 1897 को ओडीशा के कटक में हुआ था|
  • 8 नवम्बर 1943 ई० को जापान ने अंडमान निकोबार द्वीप को सुभाष चन्द्र बोस को सौंप दिया गया था|
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  • 1857 का  आंदोलन की असफलता का सबसे बड़ा कारण विद्रोहियों में नेतृत्व की कमी थी एवं संगठन और एकता का अभाव थाI
  • ग्वालियर के सिंधिया, इंदौर के होल्कर, हैदराबाद के निजाम आदि राजाओं ने अंग्रेजों का खुलकर के साथ दिया था|
  • 1857 के विद्रोह के असफल होने के तत्काल बाद ब्रिटिश क्रॉउन ने कंपनी से भारत पर शासन करने के सभी अधिकार वापस ले लिए थे| 
  • विद्रोह के बारे में जॉन लारेस नें कहा कि- "यदि उनमें से एक भी योग्य नेता रहा होता तो हम सदा के लिए हार जाते|"
  • 1858 के भारतीय परिषद अधिनियम द्वारा भारत में कंपनी का शासन समाप्त कर दिया गया और भारत का गवर्नर जनरल वायसराय का आज आने लगा था|

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धन्यवाद!

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