दोस्तों इसमें प्राचीन भारतीय इतिहास से सम्बंधित सारी महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त होगी जो परीक्षा में कई बार देखने को मिली होगी जिसमें आपको कई बार कठिनाइयों का सामना भी करना पड़ा होगा | जब SSC के किसी भी परीक्षा में प्राचीन भारतीय इतिहास से सम्बंधित कोई प्रश्न आता होगा तो आपको लगता होगा ये प्रश्न हमने पढ़ा था लेकिन वह प्रश्न आपके दिमाग से उतर गया होगा | लेकिन अब आपके साथ ऐसा नहीं होगा आप इस कंटेंट को ध्यान से पढ़कर आप अपनी नॉलेज को बेहतर बना सकते है और अपनी SSC के किसी भी परीक्षा में सफल हो सकते हैं |
सिन्धु घाटी सभ्यता एवं उसकी संस्कृति |
हड़प्पा सभ्यता की खोज 1922 ई. में की गयी थी| सिन्धु घाटी सभ्यता एक बड़ी सभ्यता थी उनके निवासी शहरी थे| जिसके शहरों की गलियां काफी चौड़ी और सीधी थी | उनकी सामाजिक पद्धति उचित समतावादी थी |
सिन्धु घाटी घाटी सभ्यता के घर ईंटो के बनाए जाते थे | सिन्धु घाटी कि खुदाई में मिले अवशेषों में तत्कालीन व्यापारिक और आर्थिक विकास में मुद्राएँ चलती थी| कपास के उत्पादन में हड़प्पावासी प्रथम थे|
बिना दुर्ग के एकमात्र सिन्धु नगर चन्हुदड़ो था | हड़प्पा की सभ्यता कांस्य युग थी| भारत में खोजा गया सबसे पुराना शहर हड़प्पा सभ्यता (SSC-2015)ही थी|
Pracheen Bharat Ka Itihas |
सिन्धु घाटी सभ्यता के लोगों का प्रमुख व्यवसाय खेती करना था| पैमानों की खोज ने ये सिद्ध कर दिया कि सिन्धु घाटी के लोग मापतौल से परिचित थे इसकी खोज लोथल में हुई थी|
कालीबंगा राजस्थान के कालीबंगन प्रदेश में है| टेराकोटा का प्रयोग हड़प्पा काल की मुद्राओं में किया गया था| सिंधु घाटी सभ्यता की एक महत्वपूर्ण रचना नृत्य करती हुई बालिका थी जो मोहनजोदड़ो से प्राप्त हुई थी|
वैदिक एवं संस्कृति के बारे में |
वैदिक गणित का सबसे महत्वपूर्ण ग्रन्थ शुल्व सूत्र है| वैदिक आर्यों का प्रमुख भोजन दूध और उससे बनने वाले उत्पाद थे| ऋग्वेद में प्राचीन वैदिक युग की सभ्यता के बारे में सूचना दी गयी है|
मनुष्य द्वारा सबसे पहले प्रयोग होने वाला आनाज जौ (यव ) था| आरंभिक वैदिक काल के समय वर्ण व्यवस्था व्यवसाय पर आधारित थी| प्राचीन गायत्री मंत्र ऋग्वेद(Most Important for SSC) से लिया गया था|
'सत्यमेव जयते' मुण्डको उपनिषद से लिया गया है| लुहारगिरी दस्तकारी व्यवस्था आर्यों द्वारा व्यवहार में नहीं लायी गयी| वैदिक लोगों द्वारा तांबा धातु का प्रयोग सबसे पहले किया गया था|
वैदिक युग में राजा अपनी जनता से जो कर वसूलते थे उसे बलि कहा जाता था| भारतीय संगीत का उदगम ऋग्वेद कि संहिता में खोजा गया था|
धार्मिक आन्दोलन से सम्बंधित |
बुद्ध शाक्य वंश से सम्बंधित थे | गौतम बुद्ध का जन्म स्थान लुम्बिनी को माना जाता है| बुद्ध ने अपना पहला उपदेश सारनाथ में दिया था|
बौद्धों के गौतम बुद्ध का अगला अवतार मैत्रेय को माना जाता है| सोना धातु के बने सिक्के बुद्ध के काल में प्राप्त हुए थे| बुद्ध को ज्ञान बोधगया में प्राप्त हुआ था| अजंता की कलाएं गुप्त काल से सम्बंधित थीं|
पांचवीं बौद्ध परिषद् का आयोजन हर्षवर्धन के समय हुई थी| पहली बौद्ध परिषद् का आयोजन राजगृह में किया गया था | बौद्ध साहित्य की रचना पालि भाषा में की गयी थी|
बुद्ध का अर्थ 'ज्ञान प्राप्त' करना होता है| बौद्ध धर्म में बुल का सम्बन्ध बुद्ध के जन्म से सम्बंधित है| बुद्ध ने कुशीनगर में महापरिनिर्वाण प्राप्त किया था| चित्रकला की गंधार शैली का सूत्रपात महायान सम्प्रदाय द्वारा किया गया था| बुद्ध, धम्म और संघ मिलकर त्रिरत्न कहलाते हैं|
"इच्छा सब कष्टों का कारण है" इसका प्रचार बौद्ध धर्मं में किया गया था|
महावीर का जन्म ज्ञात्रिक गोत्र से हुआ था| महावीर की माता का नाम त्रिशला था| जैनियों के पहले तीर्थकर ऋषभ थे| जैन के साहित्य को अंग कहते हैं|
प्राचीन भारत का प्रसिद्द शासक चन्द्रगुप्त को माना जाता है जिसने अपने अंतिम दिनों में जैन धर्म अपना लिया था| महावीर स्वामी का परिनिर्वाण पावापुरी में हुआ था|
सुलेखन का अर्थ सुन्दर लेख होता है| प्राचीन काल में स्रोत सामग्री लिखने की प्रमुख भाषा संस्कृत थी| महाभाष्य की रचना पतंजलि ने की थी| सिकंदर और पोरस की सेनाओं ने झेलम नदी के तट पर पड़ाव डाला था|
मौर्य साम्राज्य |
चन्द्रगुप्त मौर्य के बाद मौर्य सिंहासन पर उसका पुत्र बिन्दुसार बैठा था| यूनानियों को सबसे पहले भारत से बाहर निकालने का काम चन्द्रगुप्त मौर्य ने किया था|
अशोक की प्रशासनिक निति में सबसे बड़ा परिवर्तन कलिंग के युद्ध के बाद से आया था| मौर्य राजा अशोक का नाम देवानाम प्रियदर्शी था| मेगस्थनीज एक ऐसा विदेशी यात्री था जिसने भारत का दौरा सबसे पहले किया था|
'इंडिका' पुस्तिका सबसे पहले मेगस्थनीज ने लिखी थी| अशोक ने बौद्ध साधु उपगुप्त से प्रभावित होकर बौध धर्म अपनाया था| मौर्य काल के समय शिक्षा का सबसे प्रसिद्द केंद्र तक्षशिला था | राजतंत्र की बारे में वर्णन अर्थशास्त्र में किया है|
मौर्यों के बाद दक्षिण भारत में सबसे प्रभावशाली राज्य सातवाहन था| नेपाल में बौद्ध धर्म का आगमन अशोक के समय हुआ था|
1837 ई. में जेम्स प्रिन्सेप ने पहली बार अशोक के अभिलेखों (Important for SSC) को पढ़ा था| मौर्य वंश के तत्काल बाद शुंग वंश ने मगध राज्य पर शासन किया था|
मर्योत्तर काल से सम्बंधित |
भारत सरकार द्वारा प्रयोग में आने वाले शक संवत को कनिष्क ने प्रारंभ किया था| भारतीयों के लिए सिल्क मार्ग का प्रारम्भ कनिष्क ने किया था|
कुषाण काल में सबसे अधिक विकास कला के क्षेत्र में हुआ था| कनिष्क की राजधानी पुरुषपुर(पेशावर) थी| कनिष्क एक महानतम कुषाण नेता जिसने बौध धर्म को स्वीकार किया था| सातवाहनों ने पहले मौर्यों के अधीन स्थानीय अधिकारीयों के रूप में काम किया था|
प्राचीन काल में खारवेल कलिंग का महान शासक था| विद्या की सबसे पुरानी पीठ तक्षशिला को माना जाता है|
सातवाहन वंश के शासकों नें ब्राह्मणों तथा बौद्ध भिक्षुओं को करमुक्त ग्राम देने की प्रथा प्रारम्भ की थी| सातवाहन वंश का महानतम शासक गौतमी पुत्र शतकर्णी को माना जाता है|
गुप्त साम्राज्य |
गुप्त राजवंश का पहला ज्ञात गुप्त शासक श्रीगुप्त था| गुप्त राजवंश कला एवं स्थापत्य के लिए काफी प्रसिद्द था| गुप्त युग का प्रवर्तक चन्द्रगुप्त था| हरिषेण समुद्रगुप्त का राजकवि था| लिच्छवी दौहित्र समुद्रगुप्त को कहते थे|
भारतीय संस्कृति का स्वर्णयुग गुप्त काल को माना जाता है| गुप्त शासकों की राजभाषा संस्कृत थी| चन्द्रगुप्त द्वतीय को विक्रमादित्य के नाम से भी जाना जाता था| गुप्तकाल में सोना धातु के सबसे ज्यादा सिक्के जारी किये गये थे|
गुप्त काल में चांदी के सिक्कों को रुप्यक कहा जाता था| रोमन साम्राज्य के साथ भारत का व्यापार रोम पर हूणों की आक्रमण के साथ समाप्त हो गया|
प्रसिद्द गुप्त संवत 319 ई. में शुरू किया गया था| कवि कालीदास चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य के राजकवि थे| इलाहाबाद सतम्भ के शिलालेख में समुद्रगुप्त की उपलब्धियां वर्णित हैं| गुप्त शासन के दौरान आर्यभट्ट थे जो एक महान खगोल-विज्ञानी तथा गणितज्ञ (Important for SSC) थे|
प्राचीन भारत में काफी प्रसिद्द चिकित्सक धनवंतरि ने अपना परामर्श चन्द्रगुप्त द्वतीय के दरबार में दिया गया था| गुप्त काल के दौरान अजंता कि चित्रकारी बौद्ध धर्म से सम्बंधित थी जो जातक कथाओं पर आधारित थीं| फाह्यान चन्द्रगुप्त द्वतीय के दौरान भारत आया| शून्य की खोज आर्यभट्ट द्वारा की गयी थी|
दक्षिण भारत के राज्य से सम्बंधित |
संगम युग का सम्बन्ध तमिलनाडु के इतिहास से जुड़ा है| चाल्युक्यों ने अपना साम्राज्य दक्षिण में स्थापित किया था| पुहार नगर की नीव करिकाल जो चोल शासक थे उनके द्वारा रखी गयी थी|
विरूपाक्ष मंदिर का निर्माण चालुक्य साशकों द्वारा किया गया था| एलोरा में गुफा एवं शिलोत्कीर्ण मंदिर हिन्दू, बौद्ध और जैन का प्रतिनिधित्व करते हैं| अधिकाँश चोलकालीन मंदिर शिव देवता को समर्पित थे|
पल्लवों ने कांचीपुरम से अपना शासन संचालित किया था | महाबलीपुरम के सप्त पैगोडा पल्लवों के द्वारा संचालित किया जाता था| चोल राजाओं ने शैव धर्म को संरक्षण दिया था|
महेन्द्रवर्मन I के शासन काल में पल्लवों और चालुक्यों के बीच लम्बा सघर्ष हो गया था| महाबलीपुरम में रथ मंदिरों (important for SSC) का निर्माण नरसिंह वर्मन के शासन काल में किया गया था
भारत में पल्लवों के 'एकास्मीय रथ' मिलने का स्थान महाबलीपुरम में है | राजराज चोल शासक ने श्रीलंका के उत्तरी भाग को जीतकर अपने साम्राज्य का एक प्रान्त बनाया था|
मंदिर का सबसे लम्बा गलियारा रामेश्वरम में है| श्रीलंका पर विजय प्राप्त करने वाला शासक राजेंद्र चोल था| प्रसिद्द कवि 'विल्हण' विक्रमादित्य का राजदरबारी कवि था|
प्रसिद्द दिलवाड़ा का जैन मंदिर (Important for SSC GK) राजस्थान में है| चोल शासकों का शासन तमिलनाडु पर था| कैलाश का प्रसिद्द शिलाकृत मंदिर एलोरा में है|
मध्य कालीन भारत |
भारत पर अरबों ने पहली बार आक्रमण किया था | मुहम्मद-बिन-कासिम ने 712 ई. में सिंध पर विजय प्राप्त की थी| महमूद गजनवी ने सोमनाथ मंदिर पर धावा बोला था| तराइन की पहली लड़ाई 1191 ई में मोहम्मद गौरी और प्रथ्वीराज चौहान के बीच हुई थी | प्रथ्वीराज चौहान को मोहम्मद गौरी ने तराइन का दूसरा युद्ध 1192 ई. में हराया था| तराइन के दुसरे युद्ध ने मुहम्मद गौरी के लिए दिल्ली क्षेत्र खोल दिया था|
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