Bharat ki prakratik Vanaspati |
ये वनों के प्रकार तापमान, वर्षा, आर्दता, मिट्टी, समुद्र तल से ऊंचाई आदि पर निर्भर करते हैं|
भारतीय वनों को हम निम्न भागों में बांटकर पढेंगे|
- उष्ण कटिबंधीय सदाबहार वन
- उष्ण कटिबंधीय पर्णपाती या मानसूनी वन
- उष्ण कटिबंधीय शुष्क वन
- मरुस्थलीय वन
- डेल्टाई वन
- पर्वतीय वन
उष्ण कटिबंधीय सदाबहार वन |
- उष्णकटिबंधीय सदाबहार वनों में रबड़, महोगनी, एबोनी, नारियल, बांस बेंत आदि होते हैं|
- ये वन भारत के उत्तर पूर्वी भाग एवं पश्चिमी ढाल में पाए जाते हैं|
- इस प्रकार के वन उस स्थान पर पाए जाते हैं जहाँ पर वर्षा औसतन 200 सेमी से अधिक होती है |
- उष्ण कटिबंधीय सदाबहार वनों का औसत तापमान 24 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहता है|
- उच्च आर्दता एवं तापमान के कारण ये वन बड़े एवं सघन तथा ऊँचे होते हैं|
- सदाबहार वनों की ऊंचाई लगभग 30 से 40 मी. होती है|
- सदाबहार वनों की लकड़ियाँ कड़ी होने के कारण आर्थिक द्रष्टि से ज्यादा महत्त्व नहीं होता है|
उष्ण कटिबंधीय पर्णपाती या मानसूनी वन |
- उष्ण कटिबंधीय वन देश के 25% वन क्षेत्र पर विस्तृत हैं| इनका विस्तार मुख्य रूप से गंगा के मध्य एवं निचली घाटियों, पूर्वी मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, ओडीशा, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु तथा केरल के कुछ भाग पर पाया जाता है
- उष्ण कटिबंधीय वनों में प्रमुख वृक्ष साल, सागौन, शीशम, चन्दन, आम आदि होते हैं |
- उष्णकटिबंधीय पर्णपाती वन 100 से 200 सेमी वार्षिक वर्षा वाले क्षेत्रों में पाए जाते हैं|
- उष्ण कटिबंधीय पर्णपाती वनों के अधिकांश वृक्ष गर्मियों से पहले 6 से 8 सप्ताह के लिए अपनी पत्तियां गिरा देते हैं|
- ये वन लगभग 30 से 40 सेमी लम्बे होते हैं|
उष्ण कटिबंधीय शुष्क वन |
- उष्ण कटिबंधीय वनों का विस्तार महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश, कर्णाटक तथा तमिलनाडु के अधिकांश भाग, पश्चिम तथा उत्तरी मध्य प्रदेश एवं हरियाणा तक है|
- उष्ण कटिबंधीय वनों में मुख्यता शीशम, बबूल, कीकर, चन्दन, आम, महुआ आदि आते हैं|
- उष्णकटिबंधीय 50 से 100 सेमी वर्षा वाले क्षेत्रों में पाए जाते हैं|
- अधिकांश वृक्षों की जड़ें लम्बी तथा मोटी होती हैं|
- ये वन आर्थिक रूप से काफी उपयोगी होते हैं|
मरुस्थलीय वन |
- मरुस्थलीय वनों का विस्तार राजस्थान, दक्षिण पश्चिमी पंजाब तथा उत्तरी गुजरात के कच्छ का ऋण क्षेत्र तक है|
- मरुस्थलीय वन प्रदेश में वर्षा 50 सेमी से भी कम होती है|
- यहाँ के वनों में पत्तियां छोटी तथा जड़ें गहरी होती हैं|
- इस प्रकार के वनों से हमें ईधन की लकड़ियाँ प्राप्त होती हैं|
डेल्टाई वन |
- इस प्रकार की वनस्पति समुद्र तट के किनारे डेल्टाई भागों में पायी जाती है|
- गंगा ब्रम्हपुत्र डेल्टा एवं कृष्णा, महानदी, गोदावरी आदि नदियों के डेल्टाई भाग में इसका विस्तार है|
- यहाँ के वृक्षों की लम्बाई 30 मीटर तक होती है एवं सदैव हरे- भरे होते हैं|
- डेल्टाई वनों में प्रमुखतः नारियल, ताड़, बेत, सेनोरीटा आदि आते हैं|
- यहाँ की मिट्टी दलदलीय होने के कारण वृक्षों की जड़ें जटाओं की तरह होती हैं और तने ऊपर की ओर उठे हुए होते हैं|
पर्वतीय वन |
- हिमालय क्षेत्र में वनस्पति के विस्तार का ऊंचाई पर महत्वपूर्ण प्रभाव है|
- पर्वतीय वन क्षेत्र में उष्णकटिबंधीय वनस्पति से लेकर टुंड्रा वनस्पति की पेटियां पायी जाती हैं|
- पूर्वी हिमालयी क्षेत्र की वनस्पति
- पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र की वनस्पति
पूर्वी हिमालयी क्षेत्र की वनस्पति
- उष्ण कटिबंधीय आर्द पर्णपाती वन :- इन वनों का विस्तार 900 मी. उंचाई तक होता है|इसमें साल शीशम, सागवान, बांस आदि आते हैं|
- उपोष्ण वनस्पति :- इन वनस्पतियों की ऊंचाई 900 से 1830 मी. तक होती है| इसमें ओक, चेस्टनट आदि पाए जाते हैं|
- शीतोष्ण वनस्पति :- शीतोष्ण वनस्पति लगभग 900 से 1830 मी. उंचाई तक पायी जाती है| इस पेटी में ओक, बर्च, मैपिल, लारेल, मैग्नेलिया, एल्डर आदि वनस्पतियाँ पायी जाती हैं|
- शीत-शीतोष्ण वनस्पति :- ये वनस्पति 2740 मी.से लेकर 3660 मी. ऊंचाई तक होती है| यहाँ केज्यादातर शंकुधारी होते हैं| इस पेटी में चीड़, स्प्रूस, देवदार जैसी नुकीली पतियों वाले वृक्ष पाए जाते हैं|
- अल्पाइन वनस्पति :- ये वनस्पति 3660 मी. से लेकर 4876 मी उंचाई तक होती है|
- टुंड्रा वनस्पति :- टुंड्रा वनस्पति का विस्तार 4876 मी. से लेकर 5100 मी. ऊंचाई तक होती है|
पश्चिमी हिमालय क्षेत्र की वनस्पति
- उपोष्ण कटिबंधीय वनस्पति :- इन वनस्पतियों का विस्तार 1520 मी. ऊंचाई तक होता है|
- शीतोष्ण कटिबंधीय वनस्पति :- शीतोष्ण वनस्पतियां 1520 मी. से 3660 मी. ऊंचाई तक होती है|
- मिश्रित वनस्पति :- मिश्रित वनस्पति 3680 से 4570 मी. तक की उंचाई पर पायी जाती है|
महत्वपूर्ण प्रश्न (FAQs)
1.भारत में
मेग्रोव वन कहाँ पर पाए जाते हैं? -पo बंगाल |
2. पश्चिमी
घाट में किस प्रकार की वनस्पति पायी जाती है? -सदाहरित वनस्पति |
3. नीलगिरी
की पहाड़ियों पर किस प्रकार की वनस्पति पायी जाती है? -उष्ण
कटिबंधीय सदाबहार वन |
4.सुंदरवन
का डेल्टा किसे कहा जाता है? -गंगा-ब्रम्हपुत्र |
5.भारत में
चन्दन की लकड़ी कहाँ पर सबसे अधिक मात्रा में पायी जाती है? -कर्नाटक |
6. भारत की
प्रमुख वनस्पति कौन सी है? -पतझड़ी |
7.तेंदू के
पत्ते उत्पादित करने वाला प्रमुख राज्य कौन सा है? -मध्य-प्रदेश |
8.शहतूत का
उत्पादन करने वाला प्रमुख राज्य कौन सा है? -कर्नाटक |
9. उष्ण
कटिबंधीय सदाबहार वन किन पहाड़ियों पर पाए जाते हैं? -नीलगिरी की पहाड़ियां |
10. फूलों की
घाटी कहाँ पर पायी जाती है? -उत्तराखंड |
11. शांत
घाटी कहाँ स्थित है? -केरल |
12. भारत की
वन निति के आधार पर कितने प्रतिशत भाग पर वन होना चाहिए? -33% |
13. भारत में
सागौन के वृक्ष सबसे ज्यादा कहाँ पर पाए जाते हैं? -मध्य प्रदेश |
14. प्रकृति
का आतंकवाद किस पेड़ को कहा जाता है? -यूकेलिप्टस (Imp) |
15. प्रतिशत
की द्रष्टि से सबसे अधिक वनों वाला राज्य कौन सा है? -मिजोरम |
16. भारतीय
वानस्पतिक सर्वेक्षण का मुख्यालय कहाँ पर स्थित है? -कोलकाता |
17. भारत में
काजीरंगा नेशनल पार्क कहाँ पर स्थित है? -असम |
18. भारत में
बब्बर शेर कहाँ पाए जाते हैं? -गुजरात |
19. जिम
कार्बेट नेशनल पार्क कहाँ पर स्थित है? -उत्तराखंड |
20. नंदा
देवी जीव आरक्षित क्षेत्र कहाँ पर है? -उत्तराखंड |
0 Comments