Antarctica Continent दक्षिणी ध्रुव पर एक ऐसा महाद्वीप (Continent) है जिसके चारो तरफ दक्षिणी महासागर स्थित है| अंटार्कटिका महाद्वीप विश्व का पांचवा सबसे बड़ा महाद्वीप है| इसका 98% भाग बर्फ से ढाका है जिसमें बर्फ की ऊंचाई 1.6 किलोमीटर है| यहाँ पर खतरनाक ठंडी एवं शुष्क हवाएं चलती हैं इसलिए इसे बर्फ का रेगिस्तान भी कहते हैं|
Antarctica-Continent |
अंटार्कटिका क्षेत्र का विस्तार |
प्रथ्वी के निचले सतह पर स्थित अंटार्कटिका महाद्वीप जो भारत से लगभग 4 गुना तथा अमेरिका से 1.5 गुना बड़ा है| ये महाद्वीप चारों और से महादीपों से घिरा है|
अंटार्कटिका महाद्वीप का इतिहास (History of Antarctica) |
विश्व का 5वां सबसे बड़ा ऐसा महाद्वीप जो आज से लगभग 200 साल पहले किसी को पता ही नहीं था क्योंकि हजारों सालों से अलग-अलग देशों की खोज के बाद भी इसे ढूढ़ नहीं जा सका| मानो ऐसा लगा कि प्रथ्वी के दक्षिणी ध्रुव पर कोई ऐसा महाद्वीप है ही नहीं|
कई खोजकर्ता तो इसे खोजते हुए मारे भी गए और जो भी इस महाद्वीप पर गया भी उनकी अधिक ठण्ड के कारण अपनी जान गवांनी पड़ी लेकिन हजारों सालों तक इस वीरान और ठंडे महाद्वीप को लोग क्यों नहीं ढूढ़ पाए आइये जानते है इस महाद्वीप की रोचक जानकारी के बारे में|
1960 से पहले टालेमी ने दक्षिणी ध्रुव पर एक जगह की खोज की जिसका नाम अंटार्कटिका दिया लेकिन वह अंटार्कटिका नहीं था| 5वीं शताब्दी के बाद फेमस रोमन स्कॉलर मैक्रोबियास ने इसे आस्ट्रेलिया नाम दिया|
1906 ई. के बाद विलियम जोन्स ने एक बड़े मह्द्विप की खोज की जिसे न्यू होलैंड नाम दिया | इतनी बड़ी खोज करने के दौरान कई लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा क्योंकि यहाँ पर खतरनाक लहरों के साथ-साथ बर्क के बड़े-बड़े चट्टान से भी बड़ा खतरा था|
1772 ई. में ब्रिटिश कैप्टन जेम्स कुक ने अंटार्कटिका को ढूढने की जिम्मेदारी ली अपनी 192 लोगों की टीम के साथ इसे खोज करने निकल पड़े |
1768 से लेकर 1779 तक हिन्द महासागर में कई खोजें की वे पहले ऐसे खोजकर्ता थे जिन्होंने आस्ट्रेलिया व् हवाई द्वीप के साथ संपर्क किया| काफी खोज करने के बाद भी कैप्टन कुक इस महाद्वीप को खोज नहीं पाए |
इसके बाद 18वी शताब्दी की शुरुआत में रूस के नेवी ऑफिसर वान बलिंगैस ने इसकी अंटार्कटिका के खोज की जिम्मेदारी ली और सन जनवरी 1820 ई. में इस महाद्वीप को अपनी आँखों से देखा था|
अंटार्कटिका महाद्वीप पर जलवायु (Climate of Antarctica) |
अंटार्कटिका एक ठंडा महाद्वीप है जहाँ पर बर्फ की मोटी-मोटी चादरें बिछी हैं जिस पर हम आम इंसान का जीवित रहना लगभग नामुमकिन है इसलिए इस महाद्वीप पर कोई भी इन्सान नहीं रहता है|
अन्टार्कटिका महाद्वीप का मिनिमम तापमान सर्दियों में -80 डिग्री सेल्सियस तथा गर्मियों में 14 डिग्री सेल्सियस पाया गया|
अंटार्कटिका का पूर्वी भाग अधिक ठंडा है क्योंकि क्योंकि पूर्वी पश्चिमी भाग पूर्वी भाग की अपेक्षा अधिक उंचाई पर स्थित है |
अंटार्कटिका महाद्वीप के बीच वाले भाग में वर्षा की कमी होने बाद भी तापमान बिलकुल निचले स्तर पर होता है|
इस महाद्वीप के चारों तरफ भारी मात्रा में हिमपात होता है|
अंटार्कटिका महाद्वीप पर भारतीय प्रोजेक्ट (Indian Project of Antarctica Continent) |
1982 ई. में पहला भारतीय अभियान चलाया गया| दक्षिण गंगोत्री और मैत्री अनुसन्धान अंटार्कटिका महाद्वीप पर चलाये जाने वाले बड़े प्रोजेक्ट हैं जो वैज्ञानिक द्रष्टि से काफी महत्वपूर्ण हैं|
अन्टार्कटिका के वातावरण सम्बन्धी अध्ययन करने के लिए कई संस्थानों ने इसमें भाग लिया जिसमें कुछ बड़े संस्थान नीचे दिए गये हैं|
भारतीय मौसम विज्ञान |
दिल्ली |
भारतीय भू-चुम्बकत्व संस्थान |
मुंबई |
कोलकाता विश्वविध्यालय |
कोलकाता |
भौतिक अनुसन्धान संस्थान प्रयोगशाला |
अहमदाबाद |
अंटार्कटिका पर ओजोन छिद्र और वैश्विक जलवायु परिवर्तन से सम्बंधित अध्ययन मैत्री प्रोजेक्ट के अंतर्गत किया जाता है|
महत्वपूर्ण प्रश्न (FAQs)
1.अंटार्कटिका की खोज किसने की थी? - जान डेविस ने |
2.अंतर्काटिका महाद्वीप पर जाने वाली पहली महिला कौन थी? -कैरोलिन मैकेलस ने |
3.अंटार्कटिका महाद्वीप का दूसरा नाम क्या है? -आस्ट्रेलिया महाद्वीप |
4.अंटार्कटिका की भूमि के नीचे क्या है? - प्राचीन पहाड़ और घाटियों द्वारा निर्मित भूभाग |
5.अंटार्कटिका महाद्वीप रात और दिनों की संख्या कितनी है? - 6 महीने रात 6 महीने दिन |
6.धरती का अंतिम देश कौन सा है? - नार्वे |
7.अन्टार्कटिका महाद्वीप पर जाने वाला पहला भारतीय कौन था? - डॉ० एस जेड कासिम |
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