दोस्तों इस पोस्ट में UP के प्रमुख लोकनृत्य से सम्बंधित जानकारी दी जा रही है |लोकनृत्य से सम्बंधित प्रतियोगी परीक्षा जैसे - UPSC, UPSSSC, CTET, SSC, Railway, Bank जैसी बड़ी परीक्षाओं में कम से कम एक प्रश्न अक्सर पूछ लिया जाता है इसलिए आप लोग इस पोस्ट को ध्यान से पढ़ें और याद करने का प्रयास करें|
Important Loknritya |
बुन्देलखंड क्षेत्र के प्रसिद्द लोकनृत्य |
नीचे आपको बुंदेलखंड में होने वाले प्रमुख नृत्य के बारे में जानकारी दी जा रही है जो आपकी परीक्षा से सम्बंधित काफी महत्वपूर्ण है|
राई या मयूर नृत्य : ये नृत्य भगवान श्री कृष्ण जी जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर महिलाओं द्वारा किया जाने वाला नृत्य है इसे मयूर नृत्य भी कहा जाता है|
पाई डंडा : ये नृत्य बुंदेलखंड में डांडिया की तरह किया जाता है ये नृत्य अहीरों द्वारा किया जाता है|
ख्याल नृत्य : ये नृत्य बालक के जन्म पर किया जाने वाला नृत्य है जिसमें रंगीन कागज तथा बांस की डंडी से मंदिर बनाते है फिर उसे सर पर रखकर नृत्य करते हैं|
कार्तिक नृत्य : ये नृत्य भगवान श्री कृष्ण तथा गोपियों का रूप बनाकर किया जाता है|
ब्रज क्षेत्र के नृत्य |
झूला : ये नृत्य श्रवण मास में ब्रिज क्षेत्र में मनाया है| ये नृत्य अक्सर मंदिरों में किया जाता है|
चरकुला नृत्य: इस नृत्य में बैलगाड़ी या रथ के पहिये पर घड़े रखे जाते है फिर उन्हें सर पर रखकर नृत्य किया जाता है|
रास नृत्य: ये नृत्य रास लीला के तौर पर ब्रिज क्षेत्र में किया जाने वाला फेमस नृत्य है|
पूर्वांचल क्षेत्र में किये जाने वाले नृत्य |
धोबिया नृत्य: पूर्वांचल में धोबिया नृत्य धोबी समुदाय द्वारा किया जाता है जिसमें धोबी जाति के लोग घुघरू, मृदंग, झांझ, आदि बांधकर इस नृत्य को करते हैं|
धीवर: ये नृत्य कहार जाति द्वारा किया जाने वाला नृत्य है|
नटवरी: ये नृत्य गीतों के साथ गाकर किया जाने वाला नृत्य है जो अहीरों द्वारा किया जाता है|
कठघोड़ा: इस नृत्य में एक नर्तक एक घोड़ा बनाकर अन्य नर्तकों के बीच करता है ये नृत्य मांगलिक अवसरों में किया जाता है|
अवध क्षेत्र के नृत्य |
कलाबाजी नृत्य: ये अवध क्षेत्र का सबसे बड़ा फेमस नृत्य है जिसमें नर्तक घोड़ी पर नृत्य करते हैं|
कुछ अन्य महत्वपूर्ण नृत्य |
नौटंकी: ये UP का सबसे अनोखा नृत्य है जिसमें कलाकार अपने भावुक और मजेदार दृश्यों को प्रस्तुत करता है|
कजरी: ये नृत्य बरसात के मौसम में खेतों में बड़े उत्साह के साथ किया जाता है|
कत्थक नृत्य: इसकी खोज बिरजू महाराज ने की थी इस नृत्य के माध्यम से द्रश्य को प्रस्तुत किया जाता है|
महत्वपूर्ण प्रश्न (FAQs)
1.कार्तिकेय नृत्य कहाँ का नृत्य है? - बुंदेलखंड |
2.शायरा/ सौर/ सैरा नृत्य कहाँ का लोकनृत्य है? - बुंदेलखंड |
3.चरकुला नृत्य कहाँ का नृत्य है? - बृज |
4.धोबिया नृत्य कहाँ का नृत्य है? - पूर्वांचल क्षेत्र का |
5.कलाबाजी कहाँ का नृत्य है? - अवध |
6.नटवरी नृत्य जो अहीरों द्वारा किया जाता है ये नृत्य कहाँ का है? - पूर्वांचल |
7.धोबिया नृत्य किस समुदाय से जुड़ा है? - धोबी |
8.कठघोड़वा कहाँ का लोकनृत्य है? - पूर्वांचल (UP) |
9.कत्थक कहाँ का लोकनृत्य है? - उत्तर प्रदेश |
10.कत्थक की खोज किसने की थी?- बिरजू महाराज ने |
11.रामलीला में किस घटना का स्मरण किया जाता है? -राम और रावण के बीच युद्ध का |
उम्मीद है ये पोस्ट आपको पढ़कर नॉलेज मिला होगा | इस प्रकार की और पढ़ने के लिए हमें कमेंट कर सकते है जिससे और भी महत्वपूर्ण पोस्ट आपके लिए ला सकूँ|
धन्यवाद |
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