Important wildlife Sanctuary of UP : इस पोस्ट में आपको उत्तर प्रदेश के प्रमुख वन्यजीव अभ्यारण्य तथा पक्षी विहार के बारे में जानकारी दी जा रही है| इसमें उत्तर प्रदेश के अभ्यारण्य, उनका क्षेत्रफल तथा ये किस जिले में स्थित है तथा इनमें कौन से जीव निवास करते हैं, इन सभी की जानकारी विस्तार से जानने का प्रयास करेंगे|
Important wildlife Sanctuary & Vihar of UP |
सबसे पहले हम जानते हैं ये वन्य जीव अभ्यारण्य क्या होते हैं-वन्यजीव अभ्यारण्य एक ऐसा क्षेत्रफल होता है जहाँ पर पेड़-पौधे, जीव-जंतु आदि स्वतन्त्र रूप से बिना किसी भय के किसी भी स्थान पर विचरण कर सकते हैं| ये किसी बड़ी संस्था या सरकार द्वारा संरक्षित किये जाते हैं|
सोहागी बरवा वन्यजीव अभ्यारण्य : महाराजगंज
सोहागी बरवा नेपाल से लगी गंडक नदी के पश्चिमी हिस्से के महाराजगंज में स्थित है| ये अभ्यारण्य बाघों के घर के लिए जाना जाता है| इस अभ्यारण्य का कुल क्षेत्रफल 428.2 वर्ग किमी है| यहाँ पर बाघों के आलावा तेंदुआ, भालू, चीतल, नीलगाय अजगर रहते हैं|
चंद्रप्रभा वन्यजीव अभ्यारण्य : चंदौली
ये वन्यजीव अभ्यारण्य उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले में लगभग 70 वर्ग किमी में फैला है| ये जिला पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है| यहाँ पर सन 1958 में एशियाई शेरों को लाया गया था| इस अभ्यारण्य में हिरन, चीतल, नीलगाय आदि जीव रहते हैं|
ये अभ्यारण्य करमनाशा नदी जो कि गंगा की सहायक नदी है, के किनारे स्थित है|
किशनपुर वन्यजीव अभ्यारण्य : लखीमपुर खीरी
इस वन्यजीव अभ्यारण्य का क्षेत्रफल 227 वर्ग किमी है| इस अभ्यारण्य में सागौन, के वृक्ष काफी पाए जाते हैं, इसके अलावा सागौन, जामुन आदि वृक्ष आदि भी पाए जाते हैं| ये जीव अभ्यारण्य दुधवा टाइगर रिजर्व का हिस्सा है|
चम्बल वन्यजीव अभ्यारण्य : इटावा
ये वन्यजीव अभ्यारण्य तीन राज्यों राजस्थान, मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश में फैला है| इस वन्यजीव अभ्यारण्य का कुल क्षेत्रफल 635 वर्ग किमी है| इस अभ्यारण्य में चम्बल नदी खतरनाक बीहड़ इलाके एंव खाइयों से होकर बहती है| ये भारत का एक संरक्षित एरिया है| यहाँ पर घड़ियाल, लालमुकुट वाला कछुआ आदि पाए जाते हैं|
रानीपुर वन्यजीव अभ्यारण्य : बाँदा तथा चित्रकूट
ये वन्यजीव अभ्यारण्य उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जिले में स्थित है| इसका कुल क्षेत्रफल 230वर्ग किमी है| यहाँ पर बांध, तेंदुआ, मोर, चिंकारा, मछुआरी बिल्ली आदि जीव पाए जाते हैं|
कछुवा वन्यजीव अभ्यारण्य : वाराणसी
ये वन्यजीव अभ्यारण्य विशेष रूप से कछुओं के लिए जाना जाता है| इसके अलावा यहाँ पर गंगा डॉलफिन तथा अन्य कछुओं की प्रजातियाँ चित्र इंडिका, गैंगेटिका, पंकटाटा टेटोरिया, बटागूर ढोंगो यहाँ पर पायी जाती हैं|
कतरनिया घाट वन्यजीव अभ्यारण्य: बहराइच
ये वन्यजीव अभ्यारण्य बहराइच जिले के मिहिपुरवा तहसील में लगभग 400 वर्ग किमी में फैला है| यहाँ पर 1975 व 1987 में बाघ संरक्षण प्रोजेक्ट चलाये गए| यहाँ पर घास के बड़े-बड़े मैदान पाए जाते हैं जिसमें साख, सागौन के खतरनाक घने जंगल पाए जाते हैं|
आइये अब उत्तर प्रदेश के प्रमुख पक्षी विहारों के बारे में जानते हैं जो परीक्षा की द्रष्टि से काफी महत्वपूर्ण है तथा ये किसी न किसी परीक्षा जैसे- UPSSSC, UPPSC, PET, VDO, B.Ed, Lekhpal आदि में पूछे जा सकते हैं|
उत्तर प्रदेश के प्रमुख पक्षी विहार
प्रमुख पक्षी विहार |
जिले का नाम |
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ओखला पक्षी विहार |
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उत्तर प्रदेश के आर्दभूमि वाले जिले
प्रमुख पक्षी विहार |
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महत्वपूर्ण प्रश्न
1.प्रदेश का सबसे पुराना वन्यजीव विहार कौन सा है? - चंदौली (1957) |
2.उत्तर प्रदेश का सबसे छोटा वन्यजीव अभ्यारण्य कौन सा है? - महावीर स्वामी वन्यजीव अभ्यारण्य (ललितपुर) (Imp) |
3.उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा वन्यजीव अभ्यारण्य कौन सा है? - हस्तिनापुर वन्यजीव अभ्यारण्य |
4.चम्बल वन्यजीव अभ्यारण्य कब अस्तित्व में आया? - 1979 आगरा (इटावा) |
5.चीता, तेंदुआ, हिरण के लिए कौन सा अभ्यारण्य जाना जाता है? - किशनपुर वन्यजीव अभ्यारण्य (Imp) |
6.सुहेलदेव वन्यजीव अभ्यारण्य कहाँ पर स्थित है? - बलरामपुर (श्रावस्ती) |
7. टाइगर रिजर्व के लिए जाना जाने वाला वन्यजीव अभ्यारण्य कौन सा है? - पीलीभीत (Imp) |
8 हाल ही में किस वन्यजीव अभ्यारणय को TX20 एवार्ड से सम्मानित किया गया? -पीलीभीत (इसे टाइगर रिजर्व के रूप में भी जाना जाता है) |
9. उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा पक्षी विहार कौन सा है? - लाख बहोशी पक्षी विहार (V. Imp) |
10. प्रदेश का सबसे पुराना पक्षी विहार कौन सा है तथा ये किस जिले में है? - चंद्रशेखर आजाद पक्षी विहार (उन्नाव) |
11. प्रदेश का सबसे छोटा पक्षी विहार कौन सा है? - एटा (1.11 वर्ग किमी) |
उम्मीद है आपको इस पोस्ट में वन्यजीव अभ्यारण्य एवं पक्षी विहार से सम्बंधित महत्वपूर्ण जानकारी मिली होगी इसी प्रकार यदि और भी जानकारी चाहते हैं तो आप हमें कमेंट बॉक्स में Comment कर सकते हैं|
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